समाहरणालय सभागार में पैरामेडिकल स्टाफ के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) ट्रेनिंग का आयोजन।

गिरिडीह, 17 अप्रैल 2025 – समाहरणालय सभागार में आज एक दिवसीय बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आम लोगों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ को आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने हेतु तैयार करना था।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान यह बताया गया कि BLS एक आवश्यक जीवन रक्षक कौशल है, जो हृदय गति रुकने, दम घुटने और अन्य आपातकालीन स्थितियों में सहायता करता है। बीएलएस प्रशिक्षण से स्कूल और कॉलेज के छात्र, सुरक्षा गार्ड, कर्मचारी और आसपास के गांवों के समुदाय के सदस्य लाभान्वित हुए। इस पहल से उन्हें आपात स्थिति में आत्मनिर्भर बनने और जीवन रक्षक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसे प्रशिक्षण कम्युनिटी की प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत बनाते हैं और पेशेवर चिकित्सा सहायता और आपात स्थिति के बीच के समय को कम कर मरीज की जान बचाने की संभावना बढ़ा देते हैं।
क्या है बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS)?
BLS एक ऐसा प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो व्यक्तियों को Cardiopulmonary Resuscitation (CPR), वायुमार्ग प्रबंधन, और श्वसन संकट या हृदय रुकने की स्थिति में आवश्यक कदम उठाने की विधियों से सुसज्जित करता है।
BLS ट्रेनिंग का महत्व
तत्काल प्रतिक्रिया: आपात स्थिति में सही समय पर कदम उठाने में मदद।
जीवन रक्षा: आपातकालीन स्थितियों में व्यक्ति की जान बचाने में सहायक।
पेशेवर विकास: पैरामेडिकल कर्मियों के कौशल को बढ़ावा।
प्रशिक्षण सत्र में जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, OT Assistant, डोरण्डा और राजधनवार के चिकित्सा पदाधिकारी, ANM एवं सभी पैरामेडिकल कर्मी उपस्थित थे।