जमीन पर कब्जा करने के लिए विधवा महिला की फसल बर्बाद, आरोपियों ने मांगी 15 लाख की रंगदारी।

गिरिडीह/बेंगाबाद: बेंगाबाद प्रखंड के मोतीलेदा पंचायत से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। हरिचक गांव की विधवा महिला रंजू देवी, पति स्वर्गीय राजेंद्र वर्मा, ने स्थानीय निवासी सुरेश वर्मा, उसके पुत्र प्रिंस वर्मा समेत अन्य पांच लोगों पर जबरन जमीन कब्जाने, फसल बर्बाद करने और 15 लाख रुपये रंगदारी मांगने का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
“जिन्हें जमीन से प्यार था, वो अब दर-ब-दर हैं,
जिनके सीने में लालच था, वो अब तख्तों पर हैं।”
पीड़िता रंजू देवी के अनुसार, दिनांक 25 अप्रैल 2025 को शाम चार बजे वह अपने परिवार के साथ मोतीलेदा पंचायत स्थित खेत में गेहूं की कटाई कर रही थीं। तभी सुरेश वर्मा, प्रिंस वर्मा और अन्य लोग वहां पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों ने साफ कहा कि या तो जमीन छोड़ दो, या फिर 15 लाख रुपये दो, वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।
पीड़िता के अनुसार, आरोपियों की धमकी के बाद 26 अप्रैल की सुबह जब वह पुनः खेत पर पहुँचीं, तो वहां का दृश्य देखकर सन्न रह गईं। खेत में काटकर रखा गया गेहूं बुरी तरह बर्बाद कर दिया गया था। फसल के गट्ठरों को जगह-जगह फैला दिया गया था और लाठियों से पीट-पीटकर गेहूं को बर्बाद कर दिया गया था। कुछ गट्ठरों की चोरी भी कर ली गई थी।
“जिनके हाथों में हल होना चाहिए था,
वो अब न्याय की भीख मांग रहे हैं।”
रंजू देवी ने आरोप लगाया कि यह कृत्य सुरेश वर्मा और उसके साथ आए लोगों ने ही जानबूझकर अंजाम दिया है। उनका मकसद जमीन पर अवैध कब्जा करना है। पीड़िता ने कहा,
“मैं एक असहाय विधवा हूं। खेती ही हमारे जीवन का आधार है। अगर यह जमीन भी छिन गई, तो मेरे परिवार के लिए जीना भी दूभर हो जाएगा। मैं प्रशासन से गुहार लगाती हूं कि मुझे न्याय दिलाया जाए।”
महिला ने इस घटना की लिखित शिकायत बेंगाबाद थाना में दर्ज कराई है। साथ ही जमीन के दस्तावेज, आधार कार्ड और फसल बर्बादी के फोटो भी साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किए हैं।
इस घटना की प्रतिलिपि उपायुक्त गिरिडीह, पुलिस अधीक्षक गिरिडीह और सदर एसडीपीओ को भी भेजी गई है।
फिलहाल, पुलिस ने आवेदन लेकर जांच शुरू कर दी है। वहीं, खबर लिखे जाने तक आरोपी पक्ष से कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी थी।
“सत्य की राह कठिन जरूर होती है,
पर अंत में जीत उसी की होती है।”
पीड़िता और उनके परिवार को उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा सुनिश्चित करेगा, ताकि भविष्य में किसी और गरीब परिवार के साथ ऐसी घटना न हो।
इस मामले को लेकर हमने अगले पक्ष का भी बयान लेने का प्रयास किया लेकिन वह देने से इंकार कर दिया अगर खबर चलने के बाद बयान देत हैं तो उनका फिर से खबर दिखाया जाएगा।