निजी जमीन पर जबरन कब्जे और मारपीट का मामला, पीड़ित ने प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार।
12 लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत, पीड़ित की मां और चाची पर भी हमला।

गिरिडीह – बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बदवारा में निजी जमीन को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया है। ताजा मामले में गांव के रहने वाले सुनील मरांडी ने बेंगाबाद प्रशासन को आवेदन सौंपकर 12 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित के अनुसार, दिनांक 30 मई 2025 को सुबह लगभग 9 बजे जब वे अपने दादा ढेना मांझी एवं गुलवा मांझी के नाम से बंदोबस्ती प्राप्त जमीन (खाता संख्या 24, प्लॉट संख्या 692/25 एवं 692/26, कुल रकवा 4 एकड़ 80 डिसमिल) पर हल-बैल से खेती कर रहे थे, तभी गांव के 12 लोग हथियारों से लैस होकर पहुंचे और उन्हें जबरन काम से रोक दिया।
आरोप है कि इन लोगों ने सुनील मरांडी पर हमला कर दिया, जिससे उन्हें अंदरूनी चोटें आईं। जब पीड़ित की चाची फुलमनी मुर्मू बीच-बचाव के लिए पहुंचीं, तो शिवराम बास्की ने उनके साथ मारपीट की, बाल पकड़ कर जमीन पर पटका और घसीटा। इसी क्रम में उनकी मां फुलमुनी बास्की भी हमले की शिकार बनीं। आरोप है कि उन्हें लाला बेसरा और साहेब राम बेसरा ने डंडों से पीटा।
पीड़ित का दावा है कि हमलावर न केवल मारपीट कर फरार हो गए बल्कि खेत में लगे उनके दो बैल, हल, जुआठ, गेता और कुदाल भी छीन ले गए। इस विवाद को लेकर पूर्व में तीन से चार बार ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायती की गई, लेकिन आरोपी पक्ष किसी भी निर्णय को मानने को तैयार नहीं हुआ और लगातार जमीन कब्जाने की धमकी देता रहा।
पीड़ित ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि उक्त लोग उदंड और झगड़ालू प्रवृत्ति के हैं और जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करता है।
(रिपोर्ट: नवीन राज टाइगर)
—