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बच्चों की शिक्षा पर कोई समझौता नहीं: गिरिडीह उपायुक्त का औचक निरीक्षण, स्कूल में पाई गईं गंभीर खामियां….

गिरिडीह, 14 जून 2025 : शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, भविष्य की नींव है — और इस नींव में अगर कोई दरार पड़ी तो आने वाली पीढ़ियाँ उसका बोझ उठाएंगी।”

इसी सोच के साथ आज गिरिडीह के जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री रामनिवास यादव ने गिरिडीह प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय, महेशलुंडी का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण शिक्षा की गुणवत्ता, बच्चों की उपस्थिति और विद्यालय की मूलभूत सुविधाओं का मूल्यांकन करने के उद्देश्य से किया गया।

🔍 निरीक्षण में क्या-क्या सामने आया ?

निरीक्षण के दौरान जो तस्वीर सामने आई, वह प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई।

शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति में भारी कमी पाई गई।

विद्यालय परिसर की साफ-सफाई संतोषजनक नहीं थी।

बाउंड्री वॉल अधूरी,

पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं,

शौचालयों की स्थिति दयनीय,

और अनुशासनहीनता का माहौल।

इन तमाम खामियों को देखकर उपायुक्त श्री यादव ने विद्यालय प्रधान को स्पष्ट चेतावनी दी कि “शिक्षा व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही अब सहन नहीं की जाएगी।”

 

🗣️ छात्रों से किया संवाद, जानी उनकी व्यथा

निरीक्षण सिर्फ कागज़ों तक सीमित नहीं रहा — उपायुक्त ने बच्चों से सीधी बात की, उनकी पढ़ाई की स्थिति जानी, और उनकी परेशानियों को पूरी सहानुभूति के साथ सुना।

कक्षा में बच्चों से सवाल-जवाब किए गए, और यह जानने की कोशिश की गई कि शिक्षा उनके जीवन में किस हद तक पहुँच पा रही है। कई बच्चों ने पढ़ाई में सामग्री की कमी, टीचरों की नियमित अनुपस्थिति और सुविधाओं के अभाव की बात बताई।

🧾 अभिलेखों की गहन जांच

निरीक्षण के दौरान विद्यालय के उपस्थिति पंजी, सामग्री रजिस्टर और अन्य शैक्षणिक अभिलेखों की भी बारीकी से जांच की गई। अनुपस्थित शिक्षकों के नाम नोट किए गए और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई।

 

📢 उपायुक्त का कड़ा संदेश:

> ❝ शिक्षा वह आधार है जिस पर राज्य और देश का भविष्य खड़ा होता है। शिक्षक, अभिभावक और प्रशासन — तीनों की साझा जिम्मेदारी है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, नैतिक और व्यावहारिक शिक्षा दी जाए। इसमें लापरवाही अक्षम्य है। ❞

रामनिवास यादव, उपायुक्त, गिरिडीह

उन्होंने आगे कहा कि “शिक्षकों को विद्यालय में समय पर आना होगा, विषयवार शिक्षण को गंभीरता से लेना होगा, और अनुशासन को सर्वोपरि मानना होगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में अन्य विद्यालयों में भी औचक निरीक्षण किए जाएंगे और जो शिक्षक अपने कर्तव्यों से चूकते पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।


🛠️ सुधार के निर्देश

उपायुक्त ने निर्देश दिया कि:

विद्यालय की बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाए।

पेयजल और स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था तुरंत सुनिश्चित की जाए।

विद्यालय परिसर की नियमित सफाई,

और अनुपस्थित शिक्षकों की समीक्षा प्रशासनिक प्राथमिकता में लाई जाए।

🔚 निष्कर्ष: शिक्षा की अलख फिर से जगानी होगी

 

इस निरीक्षण ने एक बार फिर यह साबित किया है कि गिरिडीह जिला प्रशासन बच्चों की शिक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा है — और इस दिशा को सुधारने के लिए प्रशासन पूरी तरह सजग है।

 

👉 आगामी दिनों में जिले के अन्य विद्यालयों में भी इस तरह के निरीक्षण होंगे।

👉 उद्देश्य एक ही है — “हर बच्चे को मिले समान, सुगम और सशक्त शिक्षा का अधिकार।”

 

🖋️ टीम पीआरडी न्यूज़, गिरिडीह

स्रोत: जिला जनसंपर्क कार्यालय, गिरिडीह

@no1newsjharkhandbihar 

( रिपोर्टर नवीन कुमार )

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