पाण्डेयडीह : “तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से उजड़ा परिवार, दो मासूम बच्चों के भविष्य पर संकट”
थाना प्रभारी ने बताया, "मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। दोषी चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। पीड़ित परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है।"

हीरोडीह (10 जून, मंगलवार):
हीरोडीह थाना क्षेत्र के पाण्डेयडीह गांव में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में 28 वर्षीय युवक राजेश पाण्डेय की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में मातम और गहरा आक्रोश फैल गया। गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झारखंड नंबर (JH09BC3232) का एक तेज़ रफ्तार वाहन गलत दिशा से आते हुए अनियंत्रित होकर राजेश को जोरदार टक्कर मार गया। हादसे में राजेश की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक राजेश पाण्डेय, पिता रविंद्र पाण्डेय, पाण्डेयडीह के निवासी थे और परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। उनके पीछे दो छोटे बच्चे और पत्नी बेसहारा रह गए हैं।
दुर्घटना के बाद उग्र ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर पाण्डेयडीह मुख्य मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लग गया। परिजनों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि महज 10 हजार रुपये की सहायता राशि देकर अंतिम संस्कार के लिए दबाव बनाया जा रहा है, जिसे उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया।
पीड़ित परिवार ने 70 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है, ताकि मृतक के बच्चों के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उचित मुआवजा और न्याय नहीं मिलेगा, तब तक चक्का जाम जारी रहेगा।
घटना की सूचना पर हीरोडीह थाना प्रभारी डी. के. अग्रवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी ने बताया, “मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। दोषी चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। पीड़ित परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है।”
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। परिजन और ग्रामीण प्रशासन से पीड़ित परिवार को समुचित मुआवजा दिलाने और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने पीड़ित परिवार की मांगों पर शीघ्र संज्ञान नहीं लिया, तो विरोध को और तेज़ किया जाएगा।
(रिपोर्ट: मंटू कुमार यादव)