गिरिडीह-देवघर मुख्य मार्ग पर मौत का “हाईटेंशन” इंतज़ार ⚡

गिरिडीह: लगता है झारखंड बिजली विभाग ने सुरक्षा का नया फार्मूला निकाल लिया है — “तार तब ही सुधरेंगे जब लोग सुधरेंगे… और लोग तो तभी सुधरेंगे जब ऊपर भेज दिए जाएंगे!”
गिरिडीह-देवघर मुख्य मार्ग, चतरो में 11000 वोल्ट का हाईटेंशन तार इतनी नज़दीक लटक रहा है कि राहगीरों को लगता है जैसे कोई “सरकारी स्विंग” झूलने के लिए लगा दिया गया हो। फर्क बस इतना है कि इस झूले पर बैठने के बाद धरती पर उतरने का टिकट एकतरफा नहीं है… सीधा ऊपर!
स्थानीय लोग पूछ रहे हैं कि बिजली विभाग और अभियंता अब तक सो क्यों रहे हैं? शायद वे किसी “अप्रिय घटना” का इंतज़ार कर रहे हैं, ताकि अखबारों में फोटो आ सके और फिर मीटिंग में चाय-समोसा खाते हुए “कार्रवाई” की घोषणा हो सके।
वाह री व्यवस्था! यहां पहले हादसा होगा, फिर मुआवजे की घोषणा, और फिर उसी तार के नीचे नया पोस्टर — “शोक सभा में पधारने का कष्ट करें।”