
गिरिडीह जिले के बेंगाबाद प्रखंड के ओजडीह गाँव के जोधन मोहाली ने ड्रीम-11 में खेलते हुए करीब 23 लाख रुपये जीते थे। लेकिन जब उन्होंने पैसा निकालने की कोशिश की तो तकनीकी दिक्कत के कारण अपने अकाउंट से पैसा नहीं निकाल पाए।
उन्होंने यह बात अपना गांव के एक दोस्त संत सुमन यादव को बताया उसके बाद उसके ही दोस्त ने धोखा देने की योजना बनाई। उसने जोधन का सिम अपने नाम पर पोर्ट करवा लिया और नए सिम के जरिए उनके बैंक और यूपीआई का पूरा एक्सेस ले लिया। इसी के जरिए उसने करीब 17 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए
जोधन गरीब परिवार से आते हैं और पढ़े-लिखे नहीं हैं। उनका घर भी काफी जर्जर हालत में है। भरोसा करने के कारण वे इस धोखे का शिकार हो गए।
इस मामले की शिकायत उन्होंने गिरिडीह के साइबर डीएसपी से की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
इस मामले में गाँव के मुखिया से पूछने पर उन्होंने पहले कहा कि यह सिर्फ 5 लाख रुपये का मामला है। लेकिन जब असली कागजात और बैंक ट्रांजैक्शन देखा गया तो यह 17 लाख रुपये का मामला निकला।
जोधन का कहना है कि उन्हें दबाव डालकर मुखिया के पास ले जाकर गलत कागज पर साइन करवा लिया गया, ताकि यह दिखाया जा सके कि पूरा पैसा लौटा दिया गया है। जबकि असल में उन्हें पैसा नहीं मिला और उल्टा लगातार धमकी भी दी जा रही है।
जोधन को यह धोखा तब पता चला जब अचानक उनका मोबाइल सिम बंद हो गया और बाद में मालूम चला कि सिम पोर्ट हो चुका है। तब जाकर उन्हें असली सच्चाई का पता चला।
जब इस मामले को लेकर अगले पक्ष के लोगों से बात किया तो उन्होंने कहा कि हम कल मलने के लिए आएंगे लेकिन फिर जब कल उनको कॉल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी हम थाना में है और मेरा मामला कोर्ट में चल रहा है और हम कल आकर के आपसे मिलेंगे