गिरिडीह में PDS घोटाला उजागर: अप्रैल माह का राशन नहीं पहुंचा ग्रामीणों तक, डीलरों पर गबन का आरोप ।

गिरिडीह सदर प्रखंड के चेंजरबासा, लेदा, सिंदवारिया, बजटों अलगुंदा सहित कई पंचायतों में अप्रैल माह का सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) का राशन ग्रामीणों को नहीं मिलने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि संबंधित डीलरों ने उनका राशन गबन कर लिया है।
सूत्रों के अनुसार, इन पंचायतों के सैकड़ों लाभुक अप्रैल महीने से राशन के लिए भटक रहे थे, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। अंततः ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर शिकायत दर्ज कराई।
मामला सामने आने के बाद प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (MO) ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में अनियमितताओं की पुष्टि हो चुकी है। MO ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है और दोषी पाए गए डीलरों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
> प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा:
“शासन के निर्देशानुसार तुरंत जांच शुरू की गई है। किसी को भी गरीबों का राशन हड़पने की इजाजत नहीं दी जाएगी। दोषियों पर शीघ्र ही सख्त कार्रवाई होगी।”
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जिन लाभुकों को अप्रैल माह का राशन नहीं मिला है, उनकी सूची तैयार की जा रही है और जल्द ही उन्हें उनका हक दिलाया जाएगा। साथ ही निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने की बात भी कही गई है।
कैसे हुआ खुलासा ।
इस घोटाले का खुलासा अलगुंदा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य गुल मोहम्मद अंसारी की पहल पर हुआ। उन्होंने इस मुद्दे को सबसे पहले उठाया, जिसके बाद जांच शुरू हुई और गड़बड़ी सामने आई है।
कैसे हुआ घोटाला ।
ग्रामीणों ने बताया कि नमक और दाल वितरण के बहाने लगाया गया था बायोमेट्रिक जिसके बाद हुआ घोटाला ।
इसके बावजूद जब भी राशन वितरण होता है तब प्रत्येक यूनिट पर 500 ग्राम राशन काटा जाता है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया:
ग्रामीणों ने प्रशासन की त्वरित कार्रवाई का स्वागत किया है, लेकिन मांग की है कि दोषियों को सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई भी गरीबों के हक से खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर सके।
रिपोर्ट :– मुकेश कुमार
संवादाता NO1 NEWS JHARKHAND BIHAR