गिरिडीह के देवरी प्रखंड में गड्ढा नहीं, सवालों में गडवाल निर्माण! ग्रामवासियों ने संवेदक पर घटिया सामग्री के इस्तेमाल का लगाया आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण में मानकों की अनदेखी की जा रही है और सीमेंट, बालू, गिट्टी सहित सभी मटेरियल्स की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक न तो कोई जांच हुई है और न ही कार्य को रोका गया है।

रिपोर्टर: चंदन राय | लोकेशन: देवरी, गिरिडीह
गिरिडीह जिला के देवरी प्रखंड अंतर्गत गलफुलिया गांव में चल रहा गडवाल निर्माण कार्य इन दिनों विवादों के घेरे में आ गया है। गांव के कई जागरूक ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा है कि संवेदक द्वारा बेहद ही घटिया किस्म की सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिससे भविष्य में यह संरचना ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाएगी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण में मानकों की अनदेखी की जा रही है और सीमेंट, बालू, गिट्टी सहित सभी मटेरियल्स की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक न तो कोई जांच हुई है और न ही कार्य को रोका गया है।

ग्रामीणों की मांग:
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि निर्माण स्थल पर त्वरित जांच की जाए और अगर घटिया सामग्री का उपयोग साबित होता है, तो संबंधित संवेदक पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
एक ग्रामीण की बात:

“हमारे गांव के विकास के नाम पर सिर्फ दिखावा हो रहा है। यह गडवाल अगले दो साल भी नहीं टिकेगा। अगर समय रहते जांच नहीं हुई, तो यह भ्रष्टाचार की एक और मिसाल बन जाएगा,” — एक स्थानीय निवासी ने बताया।
प्रशासन की चुप्पी:
हालांकि, इस पूरे मामले में अब तक किसी अधिकारी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। सवाल यह उठता है कि आखिर ग्रामीणों की आवाज कब सुनी जाएगी और कब तक ऐसे निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार होता रहेगा?

यह खबर प्रशासन की नींद तोड़ पाएगी या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि गलफुलिया के लोग अब चुप नहीं बैठने वाले।