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⚠️ मुख्य समाचार: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा

 

नई दिल्ली, 21 जुलाई 2025:

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार (21 जुलाई) को अचानक अपना पद तत्काल प्रभाव से त्याग दिया, और उन्होंने इसका कारण स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानियाँ और डॉक्टरी सलाह को प्राथमिकता देना बताया ।

📝 इस्तीफे में क्या लिखा?

धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दिए पत्र में कहा:

 

> “स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सकीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(a) के अनुसार तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूँ।”  

उन्होंने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित मंत्रिपरिषद के सहयोग और समर्थन के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया । राज्यसभा के सांसदों से मिले स्नेह, विश्वास और अपनापन को उन्होंने यादगार बताया ।

⚕️ स्वास्थ्य की स्थिति: इस्तीफे की पृष्ठभूमि

मार्च 2025 में धनखड़ को दिल में तकलीफ के बाद AIIMS, दिल्ली में भर्ती कराया गया था और 9 मार्च को एक कार्डियक प्रक्रिया करवाई गई ।

 

25 जून को नैनीताल में एक कार्यक्रम के दौरान अचानक सीने में दर्द उठा, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ी; उन्हें तत्काल कवर किया गया ।

 

इसके बावजूद वे 21 जुलाई को मानसून सत्र की शुरुआत में राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल हुए और सक्रिय रूप से हिस्सा लिया ।

 

 

इन घटनाओं से स्पष्ट है कि उनकी सेहत लंबे समय से चिंता का विषय बनी हुई थी।

🏛️ राजनैतिक और संवैधानिक पहलू

🔹 सत्र के बीच इस्तीफा

 

उनका इस्तीफा राज्य सभा के मानसून सत्र के पहले दिन लिया गया, जिसका विश्लेषण काफी चर्चा में रहा ।

 

उन्होंने पहले दिन ही सदन में राजनीय तनाव को कम करने और संवाद कायम रखने का आग्रह किया था ।

🔹 पदोन्नति प्रक्रिया

संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति के पद पर खालीपन के मामले में राज्यसभा के उपसभापति अस्थायी तौर पर सभापति की जिम्मेदारी संभालते हैं ।

 

वर्तमान में यह जिम्मेदारी हरिवंश नारायण सिंह के पास है, और नई नियुक्ति कराने के लिए चुनाव आयोग प्रक्रिया शुरू करेगा ।

 

🧑🏻‍💼 जगदीप धनखड़: जीवन और करियर

 

जन्म: 18 मई 1951, झुंझुनू (राजस्थान) ।

शिक्षा: सैनिक स्कूल (चित्तौड़गढ़), बी.एससी और एलएल.बी. (विश्वविद्यालय ऑफ राजस्थान) ।

 

पेशा: वकील से शुरुआत; फिर 1989–1991 तक लोकसभा सदस्य; 1990–91 में संसदीय कार्य राज्य मंत्री; 1993–98 राजस्थान विधायी सभा में MLA ।

 

राज्यपाल पश्चिम बंगाल: 2019–2022; उपराष्ट्रपति का पद संभाला: 11 अगस्त 2022; कार्यकाल मतलब था 10 अगस्त 2027 तक ।

🗣️ पर्यावरण में प्रतिक्रियाएं

कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने कहा कि वे “व्यक्तिगत रूप से उनके इस्तीफे से खुश नहीं हैं”, और आशा जताई कि उनका निर्णय “देशहित में पुनर्विचार” हो सकता है ।

 

जयराम रमेश ने इस्तीफे को “चौंकाने वाला और अकल्पनीय” बताया; उनका कहना था कि “स्वास्थ्य जरूरी है, लेकिन इस्तीफे के पीछे और भी कारण हो सकते हैं” ।

🔍 संक्षिप्त निष्कर्ष

विषय जानकारी

कारण दीर्घकालिक स्वास्थ्य संकट, कार्डियक समस्याएँ

कार्रवाई AIIMS कार्डियक प्रक्रिया (9 मार्च), नैनीताल घटना (25 जून)

इस्तीफा संविधान के अनुच्छेद 67(a) के तहत

संवैधानिक प्रक्रिया उपसभापति संभालेंगे; चुनाव आयोग जल्द करेगा चुनाव

जीवन पटल ग्रामीण राजस्थान से उठकर थे उच्च संवैधानिक पद पर

 

निम्नलिखित सवाल खड़े हो सकते हैं:

1.क्या स्वास्थ्य सम्बंधित स्थिति के अलावा कोई गुप्त कारण था?

2.अगले उपराष्ट्रपति के चयन का समय और संभावित उम्मीदवार कौन-कौन हैं?

3.उपसभापति की भूमिका पर कितना समय तक निर्भरता होगी?

ये सवाल राजनीतिक हलकों, मीडिया और आम जनता के बीच चर्चा का विषय बने रहेंगे।

 

⚠️ नोट: यह समाचार 21 जुलाई 2025 को हुआ है। उपराष्ट्रपति पद पर अभी कोई अस्थायी या स्थायी उत्तराधिकारी नियुक्त नहीं हुआ है।

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