
गिरिडीह / बेंगाबाद रिपोर्टर : नवीन कुमार
गिरिडीह जिले के बेंगाबाद अंचल अंतर्गत डोमापहाड़ी गांव में उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय के समीप स्थित लगभग 69 डिसमिल गैरमजरूआ खास जमीन को लेकर विवाद गहरा गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के ही कुछ दबंग लोगों द्वारा इस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार, यह जमीन खाता संख्या 12, प्लॉट संख्या 12 के अंतर्गत आती है और वर्षों से गोचर (मवेशियों के चरने) तथा खेल मैदान के रूप में उपयोग की जा रही है। वर्ष 1978 में जब विद्यालय की स्थापना हुई, तभी से यह भूमि विद्यालय के छात्र-छात्राओं के खेल-कूद एवं सामुदायिक उपयोग में रही है।
लेकिन हाल के दिनों में गांव के ही चन्द्रशेखर प्रसाद वर्मा एवं केदार प्रसाद वर्मा, पिता स्व. रोशन महतो, द्वारा उक्त जमीन पर ट्रैक्टर से जोताई कर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त लोग यह दावा कर रहे हैं कि उन्हें यह भूमि भूदान के तहत प्राप्त हुई है, लेकिन यह दावा पूरी तरह भ्रामक और झूठा है।

ग्रामीणों का कहना है कि डोमापहाड़ी मौजा में आज तक भूदान समिति की कोई बैठक नहीं हुई, न ही किसी जमींदार द्वारा इस जमीन को भूदान के तहत दान किया गया। न ही प्रशासन द्वारा इस संबंध में कोई सूचना जारी की गई है।
ग्रामीणों ने बताया कि आरोपित व्यक्ति नौकरीपेशा और जमीन मालिक हैं, जिनके पूर्वजों के नाम पर पहले से 30 एकड़ से अधिक जमीन का खतियान दर्ज है। ऐसे में उनका भूमिहीन होना असंभव है। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर शुक्रवार को गिरिडीह उपायुक्त से मिलकर लिखित शिकायत सौंपी और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

ग्रामीणों की मांग :
भूमि की सत्यता की जांच कर गैरमजरूआ खास घोषित किया जाए।
विद्यालय और बच्चों के हित में इसे स्थायी रूप से खेल मैदान और सार्वजनिक उपयोग के लिए संरक्षित किया जाए।
अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो।

ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन समय पर कार्रवाई नहीं करता है, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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